महाजनपद काल, अजातशत्रु, उदायीन/उदयन, मगध का उत्यान, बिम्बिसार, हर्यक वंश विस्तार से ?

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महाजनपद, अजातशत्रु, उदायीन/उदयन, मगध का उत्यान, बिम्बिसार, हर्यक वंश विस्तार से ?
महाजनपद काल

यह दूसरी नगरी क्रांति थी ! 
16 महाजनपद काल का उल्लेख अंगुत्तर निकाय एवं
ख़ुद्धक निकाय  (बौद्ध ग्रंथ) भगवती सूत्र में मिलता है ! 

महाजनपद  राजधानी

  1. कंबोज               हाटक 
  2. गांधार                तक्षशिला 
  3. गुरु                   इंद्रप्रस्थ 
  4. पांचाल              आहिक्षत्रपुर
  5. कोशल              श्रावस्ती (साकेत) (अयोध्या) 
  6. मल्लसंघ            कुशीनारी  (पावापुरी ) 
  7. वज्जिसंघ          विदेह वैशाली
  8. अंग                  चंपा
  9. मगध                गिरिव्रज/राजगृह/पर्टलीपुत्र
  10. काशी               वाराणशी/बनारस
  11. सुर्सेन               मथुरा
  12. मत्स्य               विराटनगर
  13. चेदी                 शुक्तिमती
  14. वत्स                कौशाम्भि
  15. अवंती              उज्जयनी  / महेरमति
  16. अश्मक            पोटली/पोटन

    मगध का उत्यान :- 
    भौगोनिय कारण :- 
    उपजाऊ मैदानी क्षेत्र :-
    नदियों का प्रवाह - नदियों का प्रयोग सिंचाई तया परिवहन में होता था !
    यहाँ से खनिज ( लोहा ) प्राप्त होती थी  ! 
    यहाँ के जंगलों में हाथी बहुतायत मे मिलते हैं  ! 

    महत्वाकांक्षी शासक :-

    हर्यक वंश :-
    काल :-  544 - 412 BC
    1. बिम्बिसार :-
    इस मगध का वास्तविर संस्थापड माना जाता है ! 
    यह साम्राज्यवादी शासक था । यह श्रेणिक नाम से प्रसिद्ध था ! 
    इसने कोसल के राजा प्रसेनजीत की बहन कौसला देवी से विवाह किया ! 

    काशी इसे दहेज में मिला था  ! 
    इसने लिच्छवी राजकुमारी चेल्लना से विवाह किया  ! 
    मद्रदेश की राजकुमारी खेमा/क्षेमा से विवाह  किया ! 
    इसने अंग प्रदेश को जीत लिया ! 
    अपने अजातशत्रु को अंग प्रदेश का गवर्नर बनाया ! 
    बिम्बिसार के दरबार में जीवक नामक चिकित्सक था  ! 
                                   शिक्षा 
                              तक्षशिला में हुई 


    महाजनपद, अजातशत्रु, उदायीन/उदयन, मगध का उत्यान, बिम्बिसार, हर्यक वंश विस्तार से ?
    महाजनपद काल


    इसने जीवक को अवनति के शासक प्रद्यौत के पास भेजा ! (चिरित्सा हेतु )

    अजातशत्रु नै बिम्बिसार ही हत्या कर दी ! (बुद्ध के चचरे भाई देवदत्त के कहने पर)

    2. अजातशत्रु :- 
    कुणिक नाम से प्रसिद्ध धा ! 
    यह चेल्लना का पुत्र था ! 
    इसने काशी पर अधिकार कर लिया ! 
    इसने अपने मंत्री वस्सकार को वज्जीसंघ में कूट डालने हेतु भेजा ! 

    इसने वज्जिसड़ध पर आक्रमण किया उस युद्ध में रथमुसल एवं महान शिलाकष्टक का प्रयोग किया ! 
    इसने प्रथम बौद्ध सर्गीति का आयोजन करवाया ! 
    इसके बेटे उदायीन/उदयन ने इसकी हत्या कर दी ! 

    3. उदायीन/उदयन :-
    इसने गंगा एवं सोन नदी के सरगम पर पाटलीपुत्र शहर की स्थापना की ! 

    शिशुनाग वंश  (412-314BC) :-
    शासक : शिशुनाग (संस्थापक)
    इसने वैशाली को अपने राजधानी बनाया !
    इसने कोसल एवं अवन्ति को जीत लिया !

    कालाशोक :-
    इसने दूसरी बौद्ध सगीति  का आयोजन करवाया !
    इसने पाटलिपुत्र को पुनः राजधानी बनाया !

    नन्द वंश (344-322) :-
    महापदमन्द (संस्थापक)
    यह जैन धर्म का अनुयायी था !
    इसने कलिंग पर आक्रमण किया !
    यह कलिंग से जिनसेन की मूर्त्ति लेकर आया !
    यह जानकारी खारवेल के हाथी-गुम्फा अभिलेख से मिलती है !
    अष्टाध्यायी का लेखक पाणिनी इसके समकालीन था !

    धनानन्द:- 
    इसने जनता पर अत्यधिक कर लगाये !
    इसने चाणक्य का अपमान किया !
    चाणक्य ने चन्द्रगुप्त  मौर्य के साथ मिलकर सड़यंत्र पूर्वक इसकी हत्या कर दी !
    यह जानकारी विशाखदत्त की मुद्रा से मिलती है !


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    WRITTEN BY NDK EDUCATUION 

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    1 Comments

    1. Eduction is the most important is for all govt exam in india like ias pcs ssc

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